ऋग्वैदिक कालीन नदियाँ एवं देवता (Rigvedic Rivers and Gods)
ऋग्वैदिक कालीन नदियाँ एवं देवता
ऋग्वेद में 25 नदियों का उल्लेख है, जिसमें सबसे महत्त्वपूर्ण नदी सिन्धु नदी है, जिसका वर्णन कई बार आया है
A. सरयू-
यह गंगा की सहायक नदी थी
B. यमुना-
ऋग्वेद में यमुना की चर्चा तीन बार की गयी हैं
C. गंगा-
गंगा का उल्लेख ऋग्वेद में एक ही बार हुआ है
D. सरस्वती-
सरस्वती ऋग्वेद की सबसे पवित्र नदी मानी जाती थी।
2. ऋग्वैदिक कालीन देवी एवं देवताओं की सूची
A. वायु-
हवा के देवता
हवा के देवता
B. मरूत-
तूफान के देवता
तूफान के देवता
C. अदिति-
देवताओं की माता
देवताओं की माता
D. अश्वनि-
देवताओं के चिकित्सक तथा शल्य चिकित्सा के विशेषज्ञ
देवताओं के चिकित्सक तथा शल्य चिकित्सा के विशेषज्ञ
E. रिभ-
बौने देवता
F. रूद्र-
एक धनुष और वाण धारी देवता था जिनके क्रोध से रोग फैलता था।
एक धनुष और वाण धारी देवता था जिनके क्रोध से रोग फैलता था।
G. उषा-
भोर की देवी
H. पुषण-
पशुओं के देवता
पशुओं के देवता
I. पृथ्वी-
भूमि की देवी
भूमि की देवी
J. अरण्यानी-
वन देवी
वन देवी
K. सरस्वती-
नदी की देवी
नदी की देवी
L. गंधर्व-
देवताओं के संगीतकार
देवताओं के संगीतकार
M. अप्सरा-
देवताओं की प्रेमिकाएं
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