क्या स्त्रियों को शंख बजाना चाहिए?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हमें अपने पूजा स्थल पर शंख जरूर रखना चाहिए।जब भी हम पूजा करते हैं सुबह और शाम हमें घर में या अपने मंदिर में शंख ध्वनि जरूर करनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस शंख बजाने से घर में सुख संपदा का वास होता है।
जहां जिस घर में शंख बजाया जाता है वहां साक्षात लक्ष्मी निवास करती हैं ऐसा माना जाता है कि शंख बजाने से उस जगह की ,उस घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है और वहां पर सकारात्मक ऊर्जा आती है।
जहां जिस घर में शंख बजाया जाता है ऐसा माना जाता है कि वहां पर धन ,ऐश्वर्य किसी चीज की कमी नहीं रहती। पंडित लोग भी आरती से पहले भगवान को निमंत्रण देने के लिए मंदिर में शंख बजाते हैं।
शंख बजाने से पहले हमें भगवान विष्णु को प्रणाम करना चाहिए। शंख बजाने से हमारी श्वास संबंधी कई बीमारियां भी दूर होती हैं।
लेकिन प्रश्न यह है कि क्या स्त्रियों को भी शंख बजाना चाहिए। जी हां पुरुषों की तरह स्त्रियां भी शंख बजा सकती हैं। इसमें ऐसा कोई नियम नहीं है कि पुरुष लोग ही शंख बजाएंगे और स्त्रियां नहीं।लेकिन अगर स्त्री गर्भवती है तो उस गर्भवती महिला को शंख नहीं बजाना चाहिए।
क्योंकि जब हम शंख बजाते हैं तो उस समय हमारा जोर नाभि पर पड़ता है और अगर गर्भवती स्त्री शंख बजाती है तो उसके होने वाले बच्चे पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। इसीलिए गर्भवती महिलाओं को शंख बजाने की सलाह नहीं दी जाती।
दोस्तों आप भी अपने घर में शंख बजाइए और माता लक्ष्मी की अपार कृपा का आशीर्वाद पाइए। अगर आपको मेरी यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कृपया मुझे अपवोट करना ना भूले।
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