जनगणना 2011 - प्रजनन दर, आंकड़े


जनगणना 2011 - प्रजनन दर, आंकड़े


01. जनगणना क्यों की जाती है?
उत्तर- जनगणना सें सरकार को अपनी जनता को जाननें का पूरा मौका मिलता है। जैसै शिक्षा, गरीबी, आर्थिक आधार पर पिछडापन, और जनता के पास कया सुविधायें जैसे किसी अमीर के पास गाडी़ बंगला, बैंक बैलस आदि
जनगणना सबकी होती है बाल बचचें से लेकर उसके घर में कितने आदमी है

02. जनगणना कितने साल बाद की जाती है?
उत्तर- भारत में सर्वप्रथम जनगणना 1972 में लॉर्ड मेयो के शासन काल में प्रारंभ की गई थी तत्पश्चात लॉर्ड रिपन के द्वारा यह जनगणना प्रत्येक 10 वर्ष के अंतराल में प्रारंभ की गई अतः अब प्रत्येक 10 वर्षों के अंतराल में जनगणना आयोग की स्थापना कर आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं


03. 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार भारत की जनसँख्या कितनी थी?
उत्तर- 2011 की जनगणना 1872 के बाद से देश की 15वीं राष्ट्रीय जनगणना और स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद 7वीं जनगणना है। भारत का क्षेत्रफल पूरी दुनिया के क्षेत्रफल का 2.4 फीसदी है लेकिन विश्व की कुल आबादी की तुलना में 17.5 फीसदी लोग भारत में रहते हैं. पिछली जनगणना में ये आंकड़ा 16.8 प्रतिशत था.

• भारत की मौजूदा आबादी 1 अरब 21 करोड़ है.
• 2001 से 2011 में भारत की जनसंख्या 17.6 प्रतिशत की दर से 18 करोड़ बढ़ी है.
• ये वर्ष 1991-2001 की वृद्धि दर, 21.5 प्रतिशत, से करीब 4 प्रतिशत कम है.

04. 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में जनसंख्या का पुरुष और स्त्री का अनुपात क्या है?
उत्तर- भारत की जनगणना 2011 के अनुसार देश का लिंगानुपात 943 है। इसका मतलब यह हुआ कि 1000 पुरुषों पर सिर्फ 943 महिलाएं हैं।


05. जनगणना 2011 के अनुसार भारत की प्रजनन दर कितनी है?
उत्तर- जनगणना 2011 को दो चरणों में संचालित किया गया था। पहला चरण, जिसे आवास सूची या आवास जनगणना भी कहा जाता है। इसको पिछले वर्ष अप्रैल और सितंबर माह के बीच देशभर में राज्यों/ संघ शासित प्रदेशों की सुविधा के अनुसार आयोजित किया गया था। दूसरे चरण में जनसंख्या की गिनती देशभर में एक साथ 9 फरवरी 2011 से शुरू की गई और 28 फरवरी 2011 तक जारी रही।

जनगणना के आंकड़े

अंतिम परिणाम के अनुसार भारत की जनसंख्या 121 करोड़ तक पहुंच गई है। शून्य से 6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों की कुल संख्या में गिरावट आई है। 2001 की जनगणना में 163 लाख थी, जबकि 2011 की जनगणना में यह 158 लाख दर्ज की गई।

जनगणना 2011 की अनुमानित लागत 22,000 लाख व प्रति व्यक्ति लागत 18.19 रुपए निकाली गई है। कुल 2.79 कार्यकर्ताओं ने जनगणना के संचालन में काम किया। जनगणना कार्यक्रम सारणी का 16 भाषाओं में प्रचार किया गया। इसके लिए कुल 340 लाख सारणियां मुद्रित की गई।


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