चुम्बक - चुम्बकीय क्षेत्र, उपयोग, बिजली, तरंग


चुम्बक - चुम्बकीय क्षेत्र, उपयोग, बिजली, तरंग

01. चुम्बक क्या है?
उत्तर- चुम्बक वह वस्तु है जो लोहे को अपनी और खींचता है वह लोहे का टुकड़ा जिसमें चुम्बकीय गुण हो या कोई अयस्क जो जमीन से निकला हो अथवा बिजली का तार की कुंडली जिसमे बिजली बहने से चुम्बकीय गुण आता है।

02. चुम्बक में सोना क्यों नहीं चिपकता है?
उत्तर- चुम्बक आकर्षित करता है, तब धातु इसके इतने पास आते है कि हम सबको लगता है कि चिपक गया है और इसी को चिपकना कहते है।

चुंबक द्वारा दूसरे चुंबकीय पदार्थ और लोहे की वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करने के गुण को चमकता कहते हैं, सोना चुम्बकीय धातु नही है, इसलिए इसका चिपकना मुमकिन नहीं होता, अगर असली सोना होगा तो यह नही चिपकेगा, और अगर यह नकली है तो यह चिपकेगा


03. क्या चुम्बकीय क्षेत्र अदृश्य होता है?
उत्तर- हा, चुम्बकीय क्षेत्र अदृश्य होता है और चुम्बक का प्रमुख गुण - आस-पास की चुम्बकीय पदार्थों को अपनी ओर खींचने एवं दूसरे चुम्बकों को आकर्षित या प्रतिकर्षित करने का गुण, इसी के कारण होता है।

04. चुम्बक के क्या उपयोग हैं?
उत्तर- चुम्बक के प्रमुख उपयोग
क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड आदि में एक चुम्बकीय पट्टी का प्रयोग किया जाता है।

05. चुम्बक के रोचक तथ्य क्या हैं?
उत्तर- चुम्बक (मैग्नेट्) वह पदार्थ या वस्तु है जो चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। चुम्बकीय क्षेत्र अदृश्य होता है और चुम्बक का प्रमुख गुण - आस-पास की चुम्बकीय पदार्थों को अपनी ओर खींचने एवं दूसरे चुम्बकों को आकर्षित या प्रतिकर्षित करने का गुण, इसी के कारण होता है।

यदि दो विपरीत चुम्बकीय क्षेत्र आपस मे एक दूसरे को काटे, तो विद्युत उत्पन्न होता है, इसके इसी गुण का उपयोग जनरेटर में होता है।

इसके विपरीत विद्युत मोटर जिसमे चुम्बक को उपयुक्त शोर्ष से जोड़ने पर यह घूमने लगती है, अर्थात चुम्बक विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करती है।

चुम्बक के यही मुख्य गुण है इन्ही गुणों का उपयोग अलग अलग तरीको से हर एक जगह होता है।


06. क्या चुम्बक से मुफ्त बिजली बनाई जा सकती है?
उत्तर- इस सृष्टि मे मुफ्त मे कुछ नही होता. चुम्बक जो एक दुसरे को खीचते है, यह उनकी प्रकृति है. उनको जो हम अलग करने मे ताकत लगाते है, वहीँ ऊर्जा उनमे जमा होती है, वापस जब छोड़ने मे जो तेजी से टकराते है, वो ऊर्जा हमने ही जमा की थी. जैसे तीर खीचने मे लगाई जाती है.

07. चुम्बक से चुम्बकीय तरंगों के निकलने का क्या कारण है?
उत्तर- बस यही बताना की चुम्बक की अपनी एक विशेषता है औऱ उन तरंगों से वो लौह तत्व को अपनी ओर आकर्षित कर सकता है।

08. चुम्बक में ऐसा क्या होता है, कि लोहे की चीजे को अपनी और आकर्षित करती है ?
उत्तर- चुम्बक (मैग्नेट्) वह पदार्थ या वस्तु है जो चुम्बकीय क्षेत्र उत्पन्न करता है। चुम्बकीय क्षेत्र अदृश्य होता है और चुम्बक का प्रमुख गुण - आस-पास की चुम्बकीय पदार्थों को अपनी ओर खींचने एवं दूसरे चुम्बकों को आकर्षित या प्रतिकर्षित करने का गुण, इसी के कारण होता है।

09. क्या हम एक चुम्बक के चुम्बकीय बल को उसका गुरुत्वाकर्षण बल बोल सकते हैं?
उत्तर- हर आकर्षण गुरुत्वाकर्षण नहीं होता। चुम्बक में चुंबकीय शक्ति के साथ साथ गुरूटवाकर्शन भी होता है।

10. अगर पृथ्वी एक चुम्बक है तो क्या इसके विपरीत प्रतिकर्षण से पृथ्वी दूर हटेगी?
इसका विपरीत प्रतिकर्षण आप कहां से लाओगे और प्रथ्वी किससे दूर हटेगी ?

हर चुंबक के दो ध्रुव होते है और प्रथ्वी के चुंबक्तव के भी दो ध्रुव है नोर्थ पोल और साउथ पोल ।

हां इसकी संभावना जरूर रहती है के किसी बड़ी प्राकृतिक घटना के कारण प्रथ्वी के दोनों ध्रुव आपस में बदल जाए इससे भयंकर जलवायु परिवर्तन हो सकता है जिसके विनाशकारी परीनाम हो सकते है ।


11. जिस प्रकार दो चुम्बकों के मध्य आकर्षण-प्रतिकर्षण बल कार्य करता है, क्या उसी प्रकार ब्रम्हांड में कहीं गुरुत्वाकर्षण के विपरीत गुरुत्व प्रतिकर्षण बल भी उपलब्ध है?
उत्तर- चुंबकीय बल से जुड़े दो तरह के चार्ज होते है उत्तर और दक्षिण, और विपरीत एक दूसरे को आकर्षित करते है, एक जैसे एक दूसरे को प्रतिकर्षण। गुरुत्व बल से जुड़ा सिर्फ एक ही तरह का चार्ज होता है, वो है द्रव्यमान। और एक जैसा ही यहां आकर्षण करता है। यह काफी बड़ा अंतर है। अभी तक दूसरा प्रकार मिला भी नहीं। एंटी मैटर में भी धनात्मक द्रव्यमान ही होता है।

12. क्या वजह है कि कक्षाओं में प्रयोग किये जाने वाले सफेद बोर्ड पर डस्टर चुम्बक की भाँति चिपक जाता है?
उत्तर- वाइट बोर्ड में कोई चुम्बक नहीं होती। और ना ही उस डस्टर में कोई चुम्बक होती है। बल्कि उस डस्टर के पीछे 2 रबर से बने छेद होते हैं। जब आप वाइटबोर्ड पे उसे रखेंगे तो वो रबर वेक्यूम क्रिएट करेगा और चिपक जाएगा। वह एक रबड़ होती है बस।

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