01. अभिलेख किसे कहते है?
उत्तर- अभिलेख पत्थर अथवा धातु जैसी अपेक्षाकृत कठोर सतहों पर उत्कीर्ण किये गये पाठन सामाग्री को कहते है। प्राचीन काल से इसका उपयोग हो रहा है। शासक इसके द्वारा अपने आदेशो को इस तरह उत्कीर्ण करवाते थे, ताकि लोग उन्हे देख सके एवं पढ़ सके और उसमे जो लिखा हुआ है उसका पालन कर सके
02. अभिलेखों का क्या महत्व है?
उत्तर- इतिहास लेखन में अभिलेखों का स्थान सबसे अधिक महत्वपूर्ण है क्युकि इससे हमें प्राचीन सभ्यता संस्कृति, रीति-रिवाज ,परंपरा, खान-पान के साथ-साथ कई चीजो के बारे में जानकारी मिलती है, अतः इतिहास लेखन में अभिलेखों का महत्वपूर्ण स्थान है
03. अभिलेखों का अध्ययन क्या कहलाता है?
उत्तर- अभिलेखों का अध्ययन इपीग्राफी कहलाता है।
04. सबसे प्राचीन अभिलेख कौन सा है?
रूद्रदामन का यह अभिलेख गुजरात के जूनागढ़ जिले में गिरनार पर्वत पर प्राप्त हुआ है। ब्राह्मी लिपि में उत्कीर्ण संस्कृत भाषा का यह अभिलेख अब तक के प्राप्त संस्कृत अभिलेखों में सर्वाधिक प्राचीन है
05. हाथी गुफा अभिलेख क्या है?
उत्तर- उड़ीसा के भुवनेश्वर नामक स्थान से तीन मील दूर उदयगिरि नाम की पहाड़ी है, जिसकी एक गुफा में एक शिलालेख उपलब्ध हुआ है, जो 'हाथीगुम्फा शिलालेख' के नाम से प्रसिद्ध है। इसे कलिंगराज खारवेल ने उत्कीर्ण कराया था। यह लेख प्राकृत भाषा में है और प्राचीन भारतीय इतिहास के लिए इसका बहुत अधिक महत्त्व है
06. अभिलेखागार क्यों बनाए जाते हैं?
उत्तर- अभिलेखागार वह भवन जिसमें अनेक अभिलेखों की प्रतिलिपियाँ बनाकर यथावश्यक स्थानों में रखने की व्यवस्था है। यह व्यवस्था विशेषकर दो अथवा अधिक राष्ट्रों के पारस्परिक व्यवहार संबंधी अभिलेखों की रक्षा के लिए होती है।
07. जूनागढ़ अभिलेख क्या है
उत्तर- रुद्रदमन का गिरनार शिलालेख पश्चिमी छत्रप नरेश रुद्रदमन द्वारा लिखवाया गया शिलालेख है। यह शिलालेख गिरनार पर्वतों पर है जो जूनागढ़ के निकट स्थित है। यह अभिलेख 130 से 160 ई॰ के मध्य लिखा गया था। इस अभिलेख की एक विशेषता यह भी है कि रुद्रदाम के अभिलेख को ही संस्कृयत भाषा का प्रथम शिलालेख माना जाता है।
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