वेद क्या हैं - ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद ओर अथर्ववेद के बारे में पूरी जानकारी | what is vedas



01. वेद क्या हैं?
उत्तर- वेद प्राचीन भारत के पवित्र साहित्य हैं जो हिन्दुओं के प्राचीनतम और आधारभूत धर्मग्रन्थ भी हैं, भारतीय संस्कृति में वेद सनातन वर्णाश्रम धर्म के, मूल और सबसे प्राचीन ग्रन्थ हैं। 'वेद' शब्द संस्कृत भाषा के विद् ज्ञाने धातु से बना है। इस तरह वेद का शाब्दिक अर्थ 'ज्ञान' है।


02. वेद को कितने भागों में बांटा गया है?
उत्तर- वेद को मुख्य चार भागों में बांटा गया है
i. ऋग्वेद
ii. यजुर्वेद
iii. सामवेद
iv. अथर्ववेद

i. ऋग्वेद क्या हैं?
उत्तर- ऋग्वेद चारों वेदों में सबसे प्राचीन वेद माना जाता है। इसको दो प्रकार से बाँटा गया है। 

• प्रथम प्रकार में,
ऋग्वेद को 10 मण्डलों में विभाजित किया गया है। मण्डलों को सूक्तों में, सूक्त में कुछ ऋचाएं होती हैं। कुल ऋचाएं 10627 हैं। 


• दूसरे प्रकार में,
ऋग्वेद में 64 अध्याय हैं। आठ-आठ अध्यायों को मिलाकर एक अष्टक बनाया गया है। ऐसे कुल आठ अष्टक हैं। फिर प्रत्येक अध्याय को वर्गों में विभाजित किया गया है। वर्गों की संख्या भिन्न-भिन्न अध्यायों में भिन्न भिन्न ही है। कुल वर्ग संख्या 2024 है। प्रत्येक वर्ग में कुछ मंत्र होते हैं। सृष्टि के अनेक रहस्यों का इनमें उद्घाटन किया गया है। पहले इसकी 21 शाखाएं थीं परन्तु वर्तमान में इसकी शाकल शाखा का ही प्रचार है।

ii. यजुर्वेद क्या हैं?
उत्तर- यजुर्वेद में गद्य और पद्य दोनों होते हैं, इसमें यज्ञ कर्म की प्रधानता है। प्राचीन काल में इसकी 101 शाखाएं थीं परन्तु वर्तमान में केवल पांच शाखाएं हैं - काठक, कपिष्ठल, मैत्रायणी, तैत्तिरीय ओर वाजसनेयी।

यजुर्वेद के दो भेद हैं – 
• कृष्ण यजुर्वेद
• शुक्ल यजुर्वेद

• कृष्ण यजुर्वेद क्या हैं?
उत्तर- कृष्ण यजुर्वेद का संकलन महर्षि वेद व्यास ने किया है। इसका दूसरा नाम तैत्तिरीय संहिता भी है। इसमें मंत्र और ब्राह्मण भाग मिश्रित हैं। 

• शुक्ल यजुर्वेद क्या हैं?
उत्तर- शुक्ल यजुर्वेद को सूर्य ने याज्ञवल्क्य को उपदेश के रूप में दिया था। इसमें 15 शाखाएं थीं परन्तु वर्तमान में माध्यन्दिन को जिसे वाजसनेयी भी कहते हैं प्राप्त हैं। इसमें 40 अध्याय, 303 अनुवाक एवं 1975 मंत्र हैं। अन्तिम चालीसवां अध्याय ईशावास्योपनिषद है।


iii. सामवेद क्या हैं?
उत्तर- सामवेद एक गेय ग्रन्थ है। इसमें गान विद्या का भण्डार है, यह भारतीय संगीत का मूल है, ऋचाओं के गायन को ही साम कहते हैं। इसकी 1001 शाखाएं थीं। परन्तु आजकल तीन ही प्रचलित हैं - कोथुमीय, जैमिनीय और राणायनीय। 

सामवेद का मुख्य दो भागो में बांटा गया है
• पूर्वार्चिक सामवेद
• उत्तरार्चिक सामवेद


iv. अथर्ववेद क्या हैं?
उत्तर- अथर्ववेद में गणित, विज्ञान, आयुर्वेद, समाज शास्त्र, कृषि विज्ञान, आदि अनेक विषय वर्णित हैं। कुछ लोग इसमें मंत्र-तंत्र भी खोजते हैं। यह वेद जहां ब्रह्म ज्ञान का उपदेश करता है, वहीं मोक्ष का उपाय भी बताता है। इसे ब्रह्म वेद भी कहते हैं। 

03. ऋग्वेद के रचयिता कौन हैं?
उत्तर- ऋग्वेद के रचयिता वेदव्यास जी है

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