ध्वनि (Sound) क्या हैं? - आवृत्ति के अनुसार ध्वनि का वर्गीकरण | ध्वनि की प्रमुख विशेषताएँ (Main features of sound)


एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर ध्वनि का ----------- एवं ----------- होता है?
उत्तर- परावर्तन एवं अपवर्तन

ध्वनि (Sound) क्या हैं?
एक प्रकार का कम्पन है जो किसी ठोस, द्रव या गैस से होकर संचारित होती है, किन्तु मुख्य रूप से उन कम्पनों को ही ध्वनि कहते हैं जो मानव के कान (Ear) से सुनायी पडती हैं।


आवृत्ति के अनुसार ध्वनि को 4 वर्गी में बटा गया है
• अपश्रव्य (Infrasonic) - 20 Hz से कम आवृत्ति, मानव को सुनाई नहीं देती
• श्रव्य (sonic) - 20 Hz से 20 kHz के बीच की आवृत्ति, यह ध्वनि मानव को सुनाई देती है।
• पराश्रव्य (Ultrasonic) - 20 kHz से अधिक की आवृत्ति, यह ध्वनि मानव को सुनाई नहीं देती है।
• अतिध्वनिक (Hypersonic) - 1 GHz से अधिक की आवृत्ति


ध्वनि की प्रमुख विशेषताएँ (Main features of sound)
• ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है न की विद्युतचुम्बकीय तरंग (प्रकाश विद्युतचुम्बकीय तरंग है)
• ध्वनि एक यांत्रिक तरंग है न कि विद्युतचुम्बकीय तरंग। ।
• ध्वनि के संचरण के लिये माध्यम (ठोस द्रव, गैस एवं प्लाज्मा) की जरूरत होती है। 
• निर्वात में ध्वनि का संचरण नहीं हो सकता।
• द्रव, गैस एवं प्लाज्मा में ध्वनि केवल अनुदैर्घ्य तरंग (Longitudenal Wave) के रूप में चलती है जबकि ठोसों में यह अनुप्रस्थ तरंग (Transverse Wave) के रूप में भी संचरण कर सकती है।
• जिस माध्यम में ध्वनि का संचरण होता है यदि उसके कण ध्वनि की गति की दिशा में ही कम्पन करते हैं तो उसे अनुदैर्घ्य तरंग कहते हे
• जब माध्यम के कणों का कम्पन ध्वनि की गति की दिशा के लम्बवत होता है तो उसे अनुप्रस्थ तरंग कहते है।
• सामान्य ताप व दाब पर वायु में ध्वनि का वेग लगभग 332 मीटर प्रति सेकेण्ड होता है।
• 332 मीटर प्रति सेकेण्ड अधिक बहुत से वायुयान इससे भी तेज गति से चल सकती हैं उन्हें सुपरसॉनिक विमान कहा जाता है।
• मानव कान लगभग 20 हर्ट्स से लेकर 20 किलोहर्टस (20000 हर्ट्स) आवृत्ति की ध्वनि तरंगों को ही सुन सकता है। 
• एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर ध्वनि का परावर्तन एवं अपवर्तन होता है।
• माइक्रोफोन ध्वनि को विद्युत उर्जा में बदलता है 
• लाउडस्पीकर विद्युत उर्जा को ध्वनि उर्जा में बदलता है।


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