कोयला (Coal) क्या है?
'कोयला' परम्परागत ऊर्जा एक स्रोत है। यह एक अनवीकरणीय (Nonrenewal) ऊर्जा का स्रोत है, कोयला के जीवाश्मों में कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, सल्फर, फास्फोरस आदि की उपस्थिति होती है
कोयला से संबंधित कुछ पॉइंट्स :
• कोयला परम्परागत ऊर्जा एक स्रोत है।
• इसका उपयोग होने के पश्चात नवीकरण (renewal) नहीं किया जा सकता है
• यह एक अनवीकरणीय (Nonrenewal) ऊर्जा का स्रोत है
• यह मुख्य रूप से वनस्पतियों का कार्बनिक अवशेष है
• यह 'हाइड्रोकार्बन' से बना होता है, इसकी प्रकृति ठोस होती है
• कोयले के जीवाश्मों में कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन, सल्फर, फास्फोरस आदि की उपस्थिति होती है
• कोयला ऊष्मा तथा शक्ति का प्राथमिक स्रोत है
कोयले के उपयोग (Coal usage) :
• कोयले को प्रकाश तथा ऊर्जा की प्राप्ति हेतु तथा ईंधन के रूप में प्रयोग किया जाता है
• कोयले का उपयोग जिंक, लौह आदि विभिन्न खनिज पदार्थों के निष्कर्षण के लिए धातुकर्म के रूप में यूज़ किया जाता है
• कोयले के द्वारा वाटर गैस, कोल गैस, कोक, तार, उर्वरक व कीटनाशक आदि का उत्पादन किया जाता है
• बारूद के मिश्रण में नाइट्रेट, सल्फर व काठ कोयला (चारकोल) का उपयोग होता है
• कोयले के इस तरह के विशेष महत्व को देखते हुए इसे 'उद्योगों की जननी' के नाम से जाना जाता है
कार्बन की मात्रा के आधार पर कोयला चार प्रकार का होता हैं :-
• पीट कोयला - इसमें कार्बन की मात्रा 50% से 60% तक होती है
• लिग्नाइट कोयला - इसमें कार्बन की मात्रा 65% से 70% तक होती है
• बिटुमिनस कोयला - इसमें कर्बन की मात्रा 70% से 85% तक होती है
• एन्थ्रासाइट कोयला - इसमें कार्बन की मात्रा 85% से भी अधिक रहती है
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