रेखीय संवेग का संरक्षण का नियम (law of conservation of linear momentum) क्या है, उदाहरण, परिणाम


संवेग क्या है?
किसी वस्तु के द्रव्यमान व वेग के गुणनफल को संवेग (momentum) कहते हैं:

संवेग = द्रव्यमान × वेग (जहां, P = संवेग, m = वस्तु का द्रव्यमान & n = वस्तु का वेग)
P = m × v

रेखीय संवेग का संरक्षण का नियम (law of conservation of linear momentum) क्या है?
रेखीय संवेग का संरक्षण का नियम प्रकृति का मूलभूत सिद्धान्त है। इसके अनुसार, पिण्डों के किसी बन्द निकाय (सिस्टम) पर कोई वाह्य बल न लगाया जाय तो उस निकाय का कुल संवेग नियत बना रहता है

रेखीय संवेग का संरक्षण नियम परिणाम
वस्तुओं के किसी भी निकाय का (center of mass) एक नियत वेग से चलता रहेगा जब तक उस पर कोई वाह्य बल न लगाया जाय

संवेग की एक विशेष बात यह है कि यह सभी स्थितियों में संरक्षित रहता है - यहाँ तक कि (collisions) में, तथा विस्फोटक बलों के कारण होने वाली गति की दशा में भी

रेखीय संवेग संरक्षण के नियम का कुछ उदाहरण
• कोई व्यक्ति घर्षणरहित सतह पर अपने मुंह से वायु बाहर निकालकर या अपनी गति की दिशा के विपरीत दिशा में कोई वस्तु फेंककर वांछित दिशा में गति कर सकता है।
• जब कोई व्यक्ति नाव से किनारे पर कूदता है तो नाव किनारे से पीछे की ओर हटती है।
• जब बंदूक से गोली चलती है तब गोली आगे की ओर गति करती है जबकि बंदूक पीछे की ओर गति करती है


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