भारतीय राष्ट्रीय गान जन गण मन (Jana Gana Mana) का क्या अर्थ है?


भारतीय राष्ट्रीय गान 'जन गण मन' का क्या अर्थ है?
राष्ट्रीय गान एक पवित्र देशभक्ति गीत है जिसे आधिकारिक तौर पर देश द्वारा राष्ट्रीय पहचान की अभिव्यक्ति के रूप में माना जाता है। भारत का राष्ट्रीय गान, 'जन गण मन' नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखा गया था


(i) भारत के राष्ट्रीय गान के बारे में मुख्य पॉइंट –
• जन गण मन, भारत का राष्ट्रगान है जो मूलतः बंगाली में गुरुदेव रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा लिखा गया था
• राष्ट्रगान (जन गण मन) के गायन की अवधि लगभग 52 सेकेण्ड है
• संविधान सभा ने जन-गण-मन हिन्दुस्तान के राष्ट्रगान के रूप में 24 जनवरी 1950 को अपनाया था। इसे सर्वप्रथम 27 दिसम्बर 1911 को कांग्रेस के कलकत्ता अब दोनों भाषाओं में (बंगाली और हिन्दी) अधिवेशन में गाया गया था।

(ii) रविन्द्रनाथ टैगोर के बारे में मुख्य पॉइंट –
• रबीन्द्रनाथ ठाकुर विश्वविख्यात कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारतीय साहित्य के नोबल पुरस्कार विजेता हैं
• रविन्द्रनाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है
• रविन्द्रनाथ टैगोर एशिया के प्रथम नोबेल पुरस्कार सम्मानित व्यक्ति हैं।
• रविन्द्रनाथ टैगोर एकमात्र कवि हैं जिसकी दो रचनाएँ दो देशों का राष्ट्रगान बनीं - भारत का राष्ट्र-गान 'जन गण मन' और बाँग्लादेश का राष्ट्रीय गान 'आमार सोनार बांङ्ला' गुरुदेव की ही रचनाएँ हे


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