Independence Day 2020 - स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नारे


Independence Day 2020 - स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नारे



Independence Day 2020 - स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नारे



Independence Day 2020 - स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नारे



नई दिल्ली- 15 अगस्त 2020 को देश अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाया जा रहा है  लगभग 200 साल अंग्रेजों की गुलामी के बाद हमें आजादी मिली थी इस स्वतंत्रता संग्राम में कई 'स्वतंत्रता सेनानी' शहीद हो गए जो अपने मुँह से विभिन्न-विभिन्न आजादी से जुड़े नारे दिये थे, जिसे सुनकर आज भी हमारे पूरे शरीर जोश से भर जाता है



आजादी से जुड़े प्रमुख नारे 


1. विजयी विश्व तिरंगा प्यारा----- श्याम लाल गुप्ता

2. भारत छोड़ो-----  महात्मा गाँधी

3. कर मत दो----- सरदार वल्लभ भाई पटेल

4. वेदों की ओर लौटो----- दयानन्द सरस्वती

5. हे राम----- महात्मा गाँधी

6. देश बचाओ देश बनाओ----- पी. वी. नरसिम्हा राव

7. सम्पूर्ण क्रांति----- जय प्रकाश नारायण

8. पूर्ण स्वराज----- जवाहरलाल नेहरू

9. वन्दे मातरम्----- बंकिमचन्द्र चटर्जी

10. काम अधिक बातें कम----- संजय गाँधी

11. साम्राज्यवाद का नाश हो----- भगत सिंह

12. हिन्दी, हिन्दू, हिन्दुस्तान----- भारतेन्दु हरिश्चन्द्र

13. स्वराज्य हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है----- बाल गंगाधर तिलक

14.कश्मीर चलो----- डॉ० मुरली मनोहर जोशी

15. जय जवान जय किसान----- लाल बहादुर शास्त्री

16. करो या मरो ----- महात्मा गाँधी

17. जन-गण-मन अधिनायक जय हे----- रविन्द्रनाथ टैगोर

18. जय हिन्द----- सुभाष चन्द्र बोस

19. जय जगत----- विनोबा भावे

20. हू लिब्स इफ इण्डिया डाइज़----- जवाहरलाल नेहरू

21. सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है----- राम प्रसाद बिस्मिल

22. मारो फिरंगी को-----  मंगल पाण्डे

23. भारत वर्ष को तलवार के बल पर जीता गया था और तलवार के बल पर ही उसे ब्रिटिश कब्जे में रखा     जाएगा----- लॉर्ड एल्गिन

24. श्रमेव जयते-----  श्रीमती इन्दिरा गाँधी

25. दिल्ली चलो----- सुभाषचन्द्र बोस

26. तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा----- सुभाषचन्द्र बोस

27. दास्ता के हलवे से आजादी के सुखे चने कहीं अच्छे हैं----- सुभाषचन्द्र बोस

28. आराम हराम है----- जवाहरलाल नेहरू

29. इन्कलाब जिन्दाबाद----- भगत सिंह

30. जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान----- अटल बिहारी बाजपेयी

31. देश की पूजा ही राम की पूजा है----- मदनलाल धींगरा

32. मेरे सिर पर लाठी का एक-एक प्रहार, अंग्रेजी शासन के ताबूत के कील साबित होंगे----- लाला लाजपत राय

33. सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा----- इकबाल