फफूंद या कवक (Fungus) क्या हैं - कवक जगत की प्रमुख विशेषताएं


वृक्षों की छालों पर उगने वाले कवकों को क्या कहते हैं?
उत्तर- कार्टीकोल्स

फफूंद या कवक (Fungus) क्या हैं?
फफूंद या कवक (Fungus) एक प्रकार के जीव हैं जो अपना भोजन सड़े गले म्रृत कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त करते हैं। ये संसार के प्रारंभ से ही जगत में उपस्थित हैं। इनका सबसे बड़ा लाभ इनका संसार में अपमार्जक के रूप में कार्य करना है। इनके द्वारा जगत में से कचरा हटा दिया जाता है


फफूंद या कवक (Fungus) के  बारे में मुख्य पॉइंट - 
• कवक एक प्रकार के जीव हैं 
• ये अपना भोजन स्वयं नहीं बनाते बल्कि विविधपोषी होते हे
• कवक संवहन उतक रहित होते हैं इनमें सचित भोजन ग्लाइकोजन के रूप में रहता है
• कवक अपना भोजन सड़े गले म्रृत कार्बनिक पदार्थों से प्राप्त करते हे
• कवक संसार के प्रारंभ से ही जगत में उपस्थित हे
• कवक को वनस्पति वर्ग में में रखा है
• इस वर्ग के जीव में पर्णहरित (Chlorophyll) रहित होते हैं
• इनमें जड़, तना और पत्तियाँ नहीं होतीं हैं
• कवक के अध्ययन कवक विज्ञान (mycology) कहते हैं।
• गोबर पर उगने वाले कवक को कोप्रोफिलस कहते है
• वृक्षों के छाल पर उगने वाले कवक को कोर्टीकोलस कहते है
• चट्टान पर उगने वाले पादप शैलोद्भिद् कहलाते है ?
• प्रकाश में उगने वाले पौधे साइकोफाइट्स कहलाते हैं
• वसा में उगने वाले कवक को यूरोटियम कहते है
• कवक की कोशिका-भिती काइटिन की बनी होती हैं 
• पेनिसिलिन फंफूंद से प्राप्त की जाती है। इसकी खोज अलेग्जेंडर फ्लेमिंग ने की थी।


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