विद्युत मोटर - आविष्कार, प्रकार, कार्य


विद्युत मोटर - आविष्कार, प्रकार, कार्य


01. विद्युत मोटर क्या है?
उत्तर- विद्युत मोटर एक विद्युत यांत्रिक मशीन है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलती है, अर्थात इसे उपयुक्त विद्युत स्रोत से जोड़ने पर यह घूमने लगती है । विद्युत मोटर औद्योगिक प्रगति का महत्वपूर्ण सूचक है । यह एक बड़ी सरल तथा बड़ी उपयोगी मशीन है । उद्योगों में शायद ही कोई ऐसा प्रयोजन हो जिसके लिए उपयुक्त विद्युत मोटर का चयन ना किया जा सके  ।

02. विद्युत मोटर का आविष्कार किसने किया था ?
उत्तर- विद्युत मोटर का आविष्कार इंग्लैंड के माइकल फ़ैराडे ने 1822 में किया था 

03. विद्युत मोटर कैसे चलता है?
उत्तर- विद्युत मोटर (electric motor) एक विद्युतयांत्रिक मशीन है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलती है; अर्थात इसे उपयुक्त विद्युत स्रोत से जोड़ने पर यह घूमने लगती है जिससे इससे जुड़ी मशीन या यन्त्र भी घूमने लगती है। अर्थात यह विद्युत जनित्र का उल्टा काम करती है जो यांत्रिक ऊर्जा लेकर विद्युत उर्जा पैदा करता है।


05. मोटर कैसे कार्य करता है?
उत्तर- आपको पता होना चाहिए कि मोटर के बाइंडिंग में कॉपर (तांबे) के तार का प्रयोग किया जाता है जोकि कॉपर विधुत का सुचालक होता है। जब मोटर को विधुत सप्लाई देते है तो उसके अंदर एक चुम्बक (Magnet) उत्पन्न होता है जैसे ही उसके अंदर चुम्बक उत्पन्न होता है तो मोटर के अंदर जो रोटर रहता है उसपर एक बल लगता है और इसी बल के कारण ही यांत्रिक ऊर्जा उत्पन्न होता है।

06. विद्युत मोटर कितने प्रकार की होते है?
उत्तर- आज के समय मे DC कंपाउंड मोटर का प्रयोग बहुत कम हो रहा है । इसका प्रयोग कही कही रोलिंग मशीन में किया जाता है। इस प्रकार के मोटर में सीरीज और शंट दोनो प्रकार के मोटर के गुण होते है।

विद्युत मोटर 3 प्रकार के होते है?
उत्तर- अगर मोटर के बारे में विस्तार से जाने तो इसे तीन भागो में विभाजित किया गया हैं

मोटर के तीन प्रकार निम्न है-
• AC मोटर
• DC मोटर
• स्पेशल मोटर

07. विद्युत मोटर का एस आई मात्रक क्या है?
इसकी SI इकाई एम्पीयर है।

08. विद्युत मोटर का क्या सिद्धांत है विद्युत मोटर का क्या सिद्धांत है?
उत्तर- विद्युत मोटर एक ऐसा साधन है, जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता है। जब किसी कुंडली को चुंबकीय क्षेत्र में रखकर उसमें धारा प्रवाहित की जाती है। तो कुंडली पर एक बल युग्म कार्य करने लगता है, जो कुंडली को उसकी अक्ष पर घूमने के लिए स्वतंत्र हो तो वह घूमने लगती हैं।


09. विद्युत मोटर व विद्युत जनित्र के बीच में क्या अंतर है?
उत्तर- मोटर के शाफ्ट को आर्मेचर और क्षेत्र के बीच विकसित चुंबकीय बल द्वारा संचालित किया जाता है । दोनों के बीच मुख्य अंतर यह है कि मोटर एक विद्युत उपकरण है जो विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलता है । जनरेटर है कि मोटर के विपरीत है । यह यांत्रिक ऊर्जा को विद्युतीय ऊर्जा मंी बदलता है ।

10. विद्युत मोटर में स्प्लिट रिंग की क्या भूमिका है?
उत्तर- स्प्लिट रिंग को कम्यूटेटर भी कहा जाता है। एक इलेक्ट्रिक मोटर में, स्प्लिट रिंग्स की भूमिका कॉइल के हर आधे घुमाव के बाद मोटर कॉइल के माध्यम से बहने वाली धारा की दिशा को उलट देना है। करंट के इस उलटफेर के कारण, बल की दिशा कॉइल के दोनों किनारों पर अपरिवर्तित रहती है और इसलिए कॉइल उसी दिशा में घूमती रहती है।

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